दुल्हन उतराई गीत: सोने के सिन्होरवा लिहले
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्स
सोने के सिन्होरवा लिहले,
अम्मा बाड़ी खाड़ हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
कइसे में खोलीं अम्मा !
पालकी के पटरी हे !
सासुजी के धियवा ए अम्मा,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए अम्मा,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए बबुआ !
कार बइठाव हे।
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
सोने के सिन्होरवा लिहले,
चाची बाड़ी खाड़ हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
कइसे में खोलीं चाची !
पालकी के पटरी हे !
सासुजी के धियवा ए चाची,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए चाची,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए बबुआ !
कार बइठाव हे।
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
सोने के सिन्होरवा लिहले,
भाभी बाड़ी खाड़ हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
कइसे में खोलीं भाभी !
पालकी के पटरी हे !
सासुजी के धियवा ए भाभी,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए भाभी,
सासुजी के धियवा ए बबुआ !
कार बइठाव हे।
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
सोने के सिन्होरवा लिहले,
दीदी बाड़ी खाड़ हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
अवध सिन्होरवा लिहले,
दीदी बाड़ी खाड़ हे !
खोल बबुआ कारवा के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
कइसे में खोलीं दीदी !
कारवा के पटरी हे !
सासुजी के धियवा ए दीदी,
गइली अलसाई हे !
सासुजी के धियवा ए दीदी।
सासुजी के धियवा ए बबुआ !
कार बइठाव हे।
खोल बबुआ पालकी के पटरी,
मंगिया बहोर हे !
खोल बबुआ पालकी के पटरी।
मंगिया बहोर हे !