द्वार लगाई गीत : पापा हो जनक हो पापा
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्स
पापा हो जनक हो पापा,
इ बरियतिया केकरा सिरे आयो – 2
चिउटी का मान अइसन ससरत आयो,
चिउटी के मान अइसन ससरत आयो,
पुरइन के पाता अइसन पसरत आयो – 2
शेर के अइसन दहारत आयो,
शेर के जैसे दहारत आयो।
बेटी हो सिया जानकी बेटी – 2
इ बरियतिया तोहारे सिरे आयो,
इ बरियतिया तुम्हारे सिरे आयो।
चिउटी का मान अइसन पसरत आयो – 2
पुरइन के पाता अइसन पसरत आयो – 2
शेर के अइसन दहारत आयो,
शेर के जैसे दहारत आयो।
बेटी हो सिया जानकी बेटी – 2
इ बरियतिया तोहारे सिरे आयो,
इ बरियतिया तुम्हारे सिरे आयो।
- Advertisement -