शुक्रवार, अप्रैल 11, 2025

पापा हो जनक हो पापा

द्वार लगाई गीत : पापा हो जनक हो पापा

  • स्वर: चेतना सिंह
  • गीतकार: अज्ञात
  • रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत

लिरिक्स

पापा हो जनक हो पापा,
इ बरियतिया केकरा सिरे आयो – 2
चिउटी का मान अइसन ससरत आयो,
चिउटी के मान अइसन ससरत आयो,
पुरइन के पाता अइसन पसरत आयो – 2
शेर के अइसन दहारत आयो,
शेर के जैसे दहारत आयो।
बेटी हो सिया जानकी बेटी – 2
इ बरियतिया तोहारे सिरे आयो,
इ बरियतिया तुम्हारे सिरे आयो।
चिउटी का मान अइसन पसरत आयो – 2
पुरइन के पाता अइसन पसरत आयो – 2
शेर के अइसन दहारत आयो,
शेर के जैसे दहारत आयो।
बेटी हो सिया जानकी बेटी – 2
इ बरियतिया तोहारे सिरे आयो,
इ बरियतिया तुम्हारे सिरे आयो।

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