कन्यादान गीत: मड़वा के कचर मचर
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्स
मड़वा के कचर मचर,
पिरिया के ओछे।
मड़वा के कचर मचर,
पिरिया के ओछे।
अरे ! ताहि पीढ़िया बइठेनि आपन पापा,
करीं कन्यादान।
अरे ! ताहि पीढ़िये बइठेनि आपन चाचा,
करीं कन्यादान।
अरे ! जाँघिया जोरल आपन अम्मा,
पूछे प्रभु से बात।
अरे ! जाँघिया जोरल आपन चाची,
पूछे प्रभु से बात।
अरे ! कइले अरजनी ए प्रभुजी,
काइये कइनी दान।
अरे ! कइले अरजनी ए प्रभुजी,
काइये कइनी दान।
अरे ! कइले अरजनी ए प्रभुजी,
काइये कइनी दान।
अरे ! सोनवा अरजनी ए धनी,
रुपवा कइनी दान।
अरे ! सोनवा अरजनी ए धनी,
रुपवा कइनी दान।
अरे जाँघ के जमलका दुलारी धिया,
से हो कइनी दान।
अरे जाँघ के जमलका दुलारी धिया,
से हो कइनी दान।
अरे जाँघ के जमलका दुलारी धिया,
से हो कइनी दान।