सोहर गीत: बाबा घरे जन्में लें
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्रस
बाबा घरे जन्में लें होरिलवा,
होरिलवा बड़ा सुन्दर बाड़ें हो।
चाचा घरे जन्में लें होरिलवा,
होरिलवा बड़ा सुन्दर बाड़ें हो।
भइया घरे जन्में लें होरिलवा,
होरिलवा बड़ा सुन्दर बाड़ें हो।
ए ललना !
दुअरा पर बाजेला हो बजनवा,
अँगनवा में बधाईया बाजे हो।
दुअरा पर बाबा मोरा बजनवा बजवलें,
अँगना अम्मा बधाईया लुटवली हो।
दुअरा पर बाबा मोरा बजनवा बजवलें,
अँगना अम्मा बधाईया लुटवली हो।
ए ननदो लूट ना तू बाबू के हो बधइया,
बलैया आज उतार ल ना हे।
ए ननदो लूट ना तू बाबू के हो बधइया,
बलैया बाबू के लूट ना हो।
एक अन्नी दू अन्नी भउजो नाही लुटब,
नाही हम बलैया लेबा हो।
एक अन्नी दू अन्नी भइया नाही लुटब,
नाही बाबू के बलैया लेबा हो।
ए भइया लुटावना तू गला के हो चैनवा,
तबही हम बलैया लेबा हो।
ए भइया लुटावना तू गलावा के हारवा,
तबही हम बलैया लेबा हो।
भउजो लुटावना तू हाथवा के कंगनवा,
तबही हम बधाईया लुटब हे।
जब भइया लुटावेलें कंगनवा,
तबही हम बलैया लेबा हो।
ए ललना !
अँचरा से लेबा हम बलैया,
जियस बबुआ लाखो लाख हे।
ए भउजो अँचरा से लेबा हम बलैया,
जियस बबुआ लाखो लाख हे।