छठ गीत: सबकर डलियवा सूरजमल
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्रस
अरे ! सबकर डलियवा सूरजमल,
लिहलें उठाय।
अरे ! सबकर डलियवा सूरजमल,
लिहलें उठाय।
अरे ! बाँझो के डलियवा सूरजमल,
ठहरे तवांस।
अरे ! बाँझो के डलियवा सूरजमल,
ठहरे तवांस।
अरे ! बाँझो के डलियवा सूरजमल,
ठहरे तवांस।
अरे ! सबकर डलियवा छठीया मइया,
लिहली उठाय।
अरे ! सबकर डलियवा छठीया मइया,
लिहली उठाय।
अरे ! बाँझो के डलियवा सूरजमल,
ठहरे तवांस।
अरे ! बाँझो के डलियवा सूरजमल,
ठहरे तवांस।
अरे ! कवने अयगुणवा सूरजदेव,
बझिनिया हमरो नाम।
अरे ! कवने अयगुणवा छठीया मइया,
बझिनिया हमरो नाम।
अरे ! सठिया जे कुटई ते बाँझो,
कि चउरा लेलु चोराय।
अरे ! सठिया जे कुटई ते बाँझो,
कि चउरा लेलु चोराय।
अरे ! ओहि रे अयगुणवा ए बाँझो,
बझिनिया तोहरो नाम।
अरे ! ओहि रे अयगुणवा ए बाँझो,
बझिनिया तोहरो नाम।
अरे ! चुप होखs चुप ए बाँझो,
कटरवे पोंछ हे लोर।
अरे ! सासू मोरा मारे छठीया मइया,
ननदिया गरियाव।
अरे ! सासू मोरा मारे छठीया मइया,
ननदिया गरियाव।
अरे ! गोतिनी अलगिया छठीया मइया,
से हो लुलुवाय।
अरे ! गोतिनी अलगिया छठीया मइया,
से हो लुलुवाय।
अरे ! अवध पुरुखवा छठीया मइया,
से हो लुलुवाय।
अरे ! अवध पुरुखवा छठीया मइया,
से हो लुलुवाय।
अरे ! चुप होखs चुप ए बाँझो,
बझिनिया पोंछs लोर।
अरे ! तोहरा के देब ए बाँझो,
गजाधर अइसन पूत।
अरे ! तोहरा के देब ए बाँझो,
गजाधर अइसन पूत।
अरे ! हँसत खेलत ए बाँझो,
घरवा चली जास।
अरे ! हँसत खेलत ए बाँझो,
घरवा चली जास।
अरे ! सासू तोहरो मनिहें ए बाँझो,
ननदिया चुचुकार।
अरे ! गोतिनी अलगिया ए बाँझो,
से हो तोहे दुलार।
अरे ! गोतिनी अलगिया ए बाँझो,
से हो तोहे दुलार।
अरे ! अवध पुरुखवा ए बाँझो,
से हो तोहे दुलार।
अरे ! अवध पुरुखवा ए बाँझो,
कि से हो तोहे दुलार।