देवी गीत: जवने ही फलवा मइया
- स्वर: चेतना सिंह
- गीतकार: अज्ञात
- रिकॉर्ड लेबल: आपन गीत
लिरिक्रस
जवने ही फलवा मइया,
मालिनी के दिहलू।
अरे! मालिनी के दिहलू,
से उहे फलवा।
मइया हमरा के चाहीं उहे फलवा ।- 2
ललका सेनूरा हइले हs,
पियरका सेनूरा हइले हs – 2,
भखरवा सेनूरा!
मइया हमरा के चाहीं भखरवा सेनूरा । – 2
ललका सड़िया हइले हs,
पियरका सड़िया हइले हs – 2,
चुनरिये सड़िया !
मइया हमरा के चाहीं चुनरिये सड़िया । – 2
जवने ही फलवा मइया,
मालिनी के दिहलू।
अरे! मालिनी के दिहलू,
से उहे फलवा।
मइया हमरा के चाहीं उहे फलवा ।- 2
बेटवा फलवा हइले हs,
पतोहिया फलवा हइले हs – 2
से पोतवे फलवा !
मइया हमरा के चाहीं पोतवे फलवा ।- 2
बेटिया फलवा हइले हs,
दमाद फलवा हइले हs – 2
से नातिये फलवा !
मइया हमरा के चाहीं नातिये फलवा ।- 2
जवने ही फलवा मइया,
हमरा के दिहलू।
अरे! मालिनी के दिहलू,
से उहे फलवा।
मइया हमरा के चाहीं उहे फलवा ।- 2
धन फलवा हइले हs,
संपत्ति फलवा हइले हs – 2
सोहाग फलवा !
मइया हमरा के चाहीं सोहाग फलवा ।- 4